“लौंग दा लश्कारा” एक प्रसिद्ध गाना है जो भारतीय सिनेमा के लोकप्रिय गानों में से एक है। इस गाने का बोल और धुन दर्शकों को अपनी खूबसूरती और साहसिकता का अनुभव कराता है। गाने की लिरिक्स और मधुर संगीत के माध्यम से, यह एक प्रेम कहानी को बयां करता है और समाज में लोकप्रिय हो गया है। इस लेख में, हम “लौंग दा लश्कारा” गाने के बोलों को विस्तार से जानेंगे, उनका महत्व और उनका सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य समझेंगे।
समय के साथ बदलता भारतीय संगीत
भारतीय सिनेमा और संगीत में अनगिनत प्रकार की वैशिष्ट्य हैं, जो विभिन्न राज्यों और संस्कृतियों की विविधता को प्रतिबिंबित करती हैं। “लौंग दा लश्कारा” भी इसी धारणा का प्रतीक है, जो आज भी लोगों को अपनी जड़ों से जोड़ा हुआ महसूस होता है। इस गीत के बोल और संगीत के माध्यम से, हम आधुनिक भारतीय संगीत के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझ सकते हैं।
लौंग दा लश्कारा
लौंग दा लश्कारा
ओ बेबी तेरा जान से प्यारा
ओ बेबी ऐंवे चमका दिल साड्डा
के दिख गया प्यार वे पटियाल वी
जबसे दिल हारा
ओ बदला मैं सारा के सारा
ओ बेबी जीवे गबरू दिलदारा
ओ बेबी तेरा यार ये पटियाल वी
पटियाला पैग लगा के नाचूँगा नाचूँगा
पटियाला ढोल बजा के कह दूँगा कह दूँगा
हीरे मेरी ज़ुल्फ़ें तेरी
मेरे हाथों की ये लकीरें बुनती हैं
लौंग दा लश्कारा…
ओये होये पटियाला पैग लगा के कहंदा है, कहंदा है
कलै मिलो तो चुप ये रैंदा है रैंदा है
चन्ना मेरे छड्डो परे
मिश्री सी मीठी गुड़ सी बातें रहने दे
लौंग दा लश्कारा…
बातों से तेरे बातें बनी हैं
आ छुप के फिर से मेरे कानों में कह दे
बातें तो मेरी चुप हो गयी हैं
आ जो भी सुनना है वो आँखों से सुन ले
तू जो कहे उसके अब चर्चे हम करते हैं
तू जो कहे अब से हम सुनते हैं करते हैं
ऐसा कभी सोचा ना था
दिल यूँ ही खो कर ही तक़दीरें मिलती हैं
लौंग दा लश्कारा…
अपने भी पिंड में इक फुलझड़ी थी
वो दिलवाली जुत्ती सूट परांदे
खेतों में जा के छेड़ा था जिसने
उसकी भी यादें कहाँ दिल से हैं जाती
कजरा लगा के वो मैं क्या जी कहती है
पींद मेरे दिल में भी उठती ही रहती है
हीरे मेरी कोठें ते आ
मंजी ते बै जा तेनु रज्ज रज्ज वेखूँ
लौंग दा लश्कारा…
निष्कर्ष
“लौंग दा लश्कारा” एक ऐसा गाना है जो अपनी शानदार लिरिक्स और मधुर संगीत के माध्यम से दर्शकों को मोहित करता है। इस गीत के बोलों के माध्यम से, हम एक प्रेम कहानी को बयां करते हैं जो समाज में एक अहम जगह रखती है। इस गीत के बोल और संगीत की खूबसूरती को समझना हमारी संस्कृति के साथ-साथ हमारे जीवन में भी नया रंग भरता है। इस गीत के माध्यम से हम एक अद्भुत कला का आनंद लेते हैं और भारतीय संगीत की अमूल्य धरोहर को समझते हैं।