भारतीय संस्कृति में भगवान गणेश को गजानन जी के रूप में पूजा जाता है। उनकी पूजा में समाहित एक अद्वितीय शक्ति है जो हर भक्त को उनकी शरण में ले लेती है। “घर में पधारो गजानन जी” एक ऐसा भजन है जो गजानन जी की महिमा को गाता है और उनकी आराधना में भक्ति और आनंद का संगम प्रस्तुत करता है। यह लेख हमें इस भजन के शब्दों के माध्यम से गजानन जी की महिमा को समझने और उनके भक्ति में लीन होने की दिशा में मार्गदर्शन करेगा।
घर में पधारो गजानन जी – भजन (Ghar Me Padharo Gajanan Ji)
गृह प्रवेश के समय गाए जाने वाला पॉपुलर श्री गणेश भजन। जिसमें प्रथम देव, श्रेष्ठ श्री गणेश जी का आवाहन किया जाता है।
घर में पधारो गजाननजी,
मेरे घर में पधारो
रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा,
मेरे घर में पधारो ॥
॥ घर में पधारो गजाननजी ॥
राम जी आना,
लक्ष्मण जी आना
संग में लाना सीता मैया,
मेरे घर में पधारो ॥
॥ घर में पधारो गजाननजी ॥
ब्रम्हा जी आना,
विष्णु जी आना
भोले शशंकर जी को ले आना,
मेरे घर में पधारो ॥
॥ घर में पधारो गजाननजी ॥
लक्ष्मी जी आना,
गौरी जी आना
सरस्वती मैया को ले आना,
मेरे घर में पधारो ॥
॥ घर में पधारो गजाननजी ॥
विघन को हारना,
मंगल करना,
कारज शुभ कर जाना,
मेरे घर में पधारो ॥
॥ घर में पधारो गजाननजी ॥
भजन का अर्थ और महत्व
गजानन जी को पुराने समय से ही विघ्नहर्ता के रूप में माना जाता है। उन्हें हर कार्य में पहले पूजा जाता है और उनकी आराधना करने से सभी विघ्नों का नाश होता है। “घर में पधारो गजानन जी” भजन भक्तों को गजानन जी की आराधना के लिए प्रेरित करता है और उनके आशीर्वाद को आमंत्रित करता है। इस भजन का महत्व भक्ति और आनंद के साथ घर की प्रसन्नता को बढ़ाने में है।
भजन के शब्दों का अर्थ
“घर में पधारो गजानन जी” भजन के शब्द बहुत ही सरल और भक्तिपूर्ण हैं। इस भजन में गजानन जी को आमंत्रित किया जाता है ताकि उनकी कृपा घर में आ सके। इस भजन के शब्दों में गणेश भगवान की विशेषताओं का वर्णन किया गया है जो भक्तों को आकर्षित करता है। गजानन जी को गणेश के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ होता है “विघ्नहर्ता”। इसलिए यह भजन गणेश भगवान के विघ्नों को हराने और अनुकूलता की प्राप्ति के लिए उनकी आराधना करने की प्रेरणा देता है।
भजन के प्रमुख अंश
“घर में पधारो गजानन जी” भजन के प्रमुख अंश निम्नलिखित हैं:
- भजन की प्रस्तावना
- गजानन जी के गुणगान
- उनकी आराधना की अपील
- उनकी कृपा की प्रार्थना
- भक्ति और आनंद का स्वागत
ये प्रमुख अंश भजन के संदेश को स्पष्ट करते हैं और भक्तों को गजानन जी की आराधना के लिए प्रेरित करते हैं