Hara Hu Baba Par Tujhpe Bharosa Hai Hindi Lyrics | हरा हो बाबा पर तुझपे भरोसा है हिंदी लिरिक्स

Hara Hu Baba Par Tujhpe Bharosa Hai Hindi Lyrics

भारतीय संगीत का शानदार विरासती अंश, भजन और कीर्तन हैं। ये गीत आध्यात्मिक और धार्मिक भावनाओं को साझा करते हैं और मन को शांति और सुकून प्रदान करते हैं। “हरा हूं बाबा पर तुझपे भरोसा है” एक ऐसा भजन है जो हमें परमात्मा के प्रति विश्वास का संदेश देता है। इस लेख में, हम इस भजन की महत्ता को समझेंगे, इसके शब्दों की गहराई में डूबेंगे और इसके महत्व को समझेंगे।

हारा हूँ बाबा पर तुझपे

haara hu baba par tujhpe bharosa hai

हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है

जीतूंगा एक दिन मेरा दिल ये कहता है

मेरे मांझी बन जाओ मेरी नाव चला जाओ

बेटे को बाबा श्याम गले लगा जाओ

हारा हूँ बाबा …………….

मैंने सुना है तू दुखड़े मिटाता

बिन बोले भक्तों की बिगड़ी बनाता

मिलता ना किनारा है ना कोई और सहारा है

हारा हूँ बाबा …………….

तुमसे ही जीवन मेरा ओ मेरे बाबा

कैसे चलेगा समझ ना आता

तुम धीर बंधाते हो तो साँसें चलती हैं

मुझे समझ ना आता है मेरी क्या गलती है

हारा हूँ बाबा …………….

परिवार मेरा तेरे गुण है जाता

दोषी तो मैं हूँ उन्हें क्यों सताता

उनको भी भरोसा है तूने पाला पोसा है

हारा हूँ बाबा …………….

भजन का अर्थ

“हरा हूं बाबा पर तुझपे भरोसा है” भजन के शब्द हैं जो हमें परमात्मा के प्रति निष्ठा का संदेश देते हैं। यह भजन एक उत्कृष्ट भावनात्मक अनुभव को व्यक्त करता है और इसका संदेश है कि हमें परमात्मा पर विश्वास रखना चाहिए। इस भजन में साधक का परमात्मा के प्रति भरोसा प्रकट होता है, जिससे उसे उसके संगठन में पूर्ण शांति मिलती है।

भजन के शब्द

“हरा हूं बाबा पर तुझपे भरोसा है” के शब्द अत्यंत प्रेरणादायक हैं। इन शब्दों में एक गहरा संदेश छिपा है, जो हमें अपने आसपास के जीवन के मामले में परमात्मा पर भरोसा करने का प्रोत्साहन देता है। इसके शब्दों का संगीत के साथ मिलन, जिसमें भावनाओं की भरपूरता होती है, इसे एक अनूठा अनुभव बनाता है।

भजन के महत्व

“हरा हूं बाबा पर तुझपे भरोसा है” भजन हमें अपने जीवन में भगवान के प्रति विश्वास की महत्ता को समझाता है। यह हमें सिखाता है कि संसारिक मुद्दों के बावजूद, हमें अपने ईश्वर पर विश्वास रखना चाहिए। यह भजन हमें अपने आसपास के चरणों की पूजा करने के महत्व को भी समझाता है।

निष्कर्ष

“हरा हूं बाबा पर तुझपे भरोसा है” एक अद्वितीय भजन है जो हमें आत्म-श्रद्धा की महत्ता को समझाता है। इसके माध्यम से हमें परमात्मा के प्रति निष्ठा और प्रेम का अनुभव होता है। इस भजन के शब्दों के माध्यम से हम अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करते हैं और परमात्मा के प्रति हमारी आत्म-निर्भरता को महसूस करते हैं। इस भजन की गहराई में डूबकर हम आत्म-साक्षात्कार की ओर अग्रसर होते हैं। इस भजन के साथ, हम अपने आत्मा की शुद्धि और परमात्मा के साथ एकता का अनुभव करते हैं।

इस तरह, “हरा हूं बाबा पर तुझपे भरोसा है” एक भजन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव है जो हमें अपने ईश्वर के साथ निकटता का अनुभव कराता है। इसके माध्यम से हम सच्चे आनंद और शांति का अनुभव करते हैं और अपने जीवन को एक नया मार्ग देते हैं।

समाप्ति

इस लेख में, हमने “हरा हूं बाबा पर तुझपे भरोसा है” भजन की महत्ता, उसके अर्थ, और संदेश को समझने का प्रयास किया। यह भजन हमें आत्म-श्रद्धा और परमात्मा के प्रति विश्वास की महत्ता को समझाता है। इसके माध्यम से हम अपने जीवन को ध्यान में रखकर एक उच्चतम अनुभव का आनंद ले सकते हैं। यह भजन हमें संगीत के माध्यम से अपने मन को शांति और सुकून मिलता है। इसके माध्यम से हम परमात्मा के साथ अभिन्न संबंध महसूस करते हैं और अपने जीवन को एक नया मार्ग प्राप्त करते हैं।

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